मनबढ़ों ने पीट पीटकर आटो ड्राइवर को मौत के घाट उतार दिया था, कातिलों की गिरफ्तारी के लिए सड़क जाम
आटो चालक अनिल सिंह की हत्या के मामले में मंगलवार को ग्रामीणों ने बेलौरा चौराहे पर जाम लगा दिया। उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और अनिल के बेटे को सरकारी नौकरी दिलाने की मांग की। चौराहे से किसी तरह से पुलिसवालों ने हटाया तो ग्रामीणों ने थाने का घेरवा कर दिया। अधिकारियों ने आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन देकर उन्हें शांत कराया।
सहजनवा क्षेत्र के मकरहट निवासी आटो चालक अनिल सिह की सोमवार सुबह मारङ स्थित हथियहवा बाबा स्थान के पास मनबढ़ों ने लाठी-डंडा और राड से पीट कर अधमरा कर दिया था। बीआरडी मेडिकल कॉलेज मे अनिल की मौत हो गई। भाई राजबहादुर की तहरीर पर पुलिस ने मारङ गांव निवासी रामअचल साहनी, जयश्री साहनी,परमानन्द व अज्ञात पर केस दर्ज कर तलाश शुरू कर दी। मंगलवार को चौबीस घंटे बाद भी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई जिससे नाराज होकर मकरहट, उसरी व पाली के सैकड़ों ग्रामीणों ने बेलौरा चौराहे जाम लगा दिया।
जाम की सूचना पर सीओ दिनेश कुमार सिंह और थानेदार दिनेश कुमार मिश्र मौके पर पहुंचे। सीओ ने ग्रामीणो को समझा बुझाकर जाम खत्म करवाया। वहां जाम खत्म करने के बाद ग्रामीणों ने थाने का रूख किया और थाने पर पहुंच कर घेराव कर दिया।
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अनुज मलिक, तहसीलदार लालजी विश्वकर्मा, सीओ दिनेश कुमार सिंह थानेदार सहजनवा दिनेश कुमार मिश्र, गीडा थानेदार डीके सिंह ,पीपीगंज थानेदार रामप्रकाश सिह सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गई। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने ग्रामीणों को शांत कराया उन्होंने जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करने का भरोसा दिया। उधर, पीएम के बाद अनिल सिंह का शव मंगलवार को घर पहुंचा। पुलिस ने अपनी मौजूदगी में राप्ती तट पर बुधना घाट के पास अन्तिम संस्कार कराया। बड़े बेटे दीपक सिंह ने मुखग्नि दी। तनाव को देखते हुए दोनों गांव में पुलिस और पीएसी लगा दी गई है।